पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक गुरुद्वारा उस समय कौतूहल का विषय बन गया, जब दीवार पर बाघिन धूप सेंकता नजर आई। गांव में बाघिन होने की खबर आग की तरह फैल गई और भारी भीड़ जमा हो गई।
सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचे। बाघिन को बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर काबू किया गया। हालांकि वन विभाग और स्थानीय पुलिस के लिए बाघ से मुश्किल भीड़ को कंट्रोल करना रहा।
अधिकारियों का कहना है कि लोग अपनी जान जोखिम में डालकर जमा हो गए। यदि बाघिन उन पर झपट जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
बाघिन को बेहोश कर टाइगर रिजर्व के मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस परिसर में ले जाया गया है। प्रभागीय वन अधिकारी नवीन खंडेलवाल ने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण और होश आने पर उसे जंगल में छोड़ा जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि घटनाक्रम माधोटांडा क्षेत्र का है। यहां बाघिन कई दिन से विचरण कर रही थी, जो सोमवार रात दो बजे अठकोना गांव में पहुंच गई। मंगलवार सुबह बाघिन उसी दीवार पर बैठी रही। उसके अस्वस्थ होने का अंदेशा जताया जा रहा है। वन विभाग ने उसके 20 मीटर दूर चारों ओर जाल लगाया है। उसे पकड़कर जंगल में छोड़ा जाएगा। इस गांव से टाइगर रिजर्व की दूरी 10 किमी है।
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